लखनऊ। धार्मिक स्थलों के सुंदरीकरण और श्रद्धालुओं की सहूलियत को देखते हुए डबल इंजन की सरकार जहां बहुत काम कर रही है वही बाराबंकी जनपद की नगर पंचायत रामसनेहीघाट अंतर्गत आने वाले एक अति प्राचीन शिव मंदिर उपेक्षित है। अतिक्रमण के चलते श्रद्धालु दर्शन करने नही पहुंच पाते हैं।नगर पंचायत रामसनेहीघाट क्षेत्रान्तर्गत मालिनपुर गांव में कल्याणी नदी के तटपर स्थित शिवमंदिर जो शिव शिवाला गांधी घाट के नाम से प्रसिद्ध है।मंदिर तक पहुंचने के लिए इंटरलॉकिंग रोड जाती है, जिसपर अतिक्रमण के चलते पैदल भी चलना मुश्किल हो रहा है, जबकि इसपर पहले चौपहिया वाहन ही नही ट्रैक्टर ट्रॉली और बड़े वाहन भी आते जाते थे । आज सड़क पगडण्डी बनकर रह गई है। अब पूरी तरह से मंदिर और मंदिर मार्ग की उपेक्षा हो रही है। लोगों की आस्था जुड़ी है मंदिर के साथ, सरकार और नगर पंचायत प्रशासन की तरफ क्षेत्रीय जनता आस लगाये है। रास्ते में नाली का गंदा पानी बहता रहता है। सोमवार को भक्तों की शिवलिंग पर जल चढ़ाने के लिए भीड़ उमड़ती है जो गन्दे पाने से होकर गुजरने को मजबूर होती है। महाशिवरात्रि पर हर साल मन्दिर पर रामलीला मेला और अन्य धार्मिक कार्यक्रम होते हैं। अच्छा खासा मजमा जमा होता है। मेला में आने वाली मण्डली, कम्पनी, मेले में आने वाले दुकानदारों तथा मेला देखने तथा मंदिर में जलाभिषेक करने पहुंचने वालों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ता है।रोड पर हो रहे अवैध कब्जे और निर्माण को हटाने की जरूरत है।सड़क आरसीसी या तारकोल से बनाकर आवागमन सुगम बनाये जाने के लिये नगर पंचायत से लोग गुजारिश कर चुके हैं लेकिन नतीजा शिफर। मालिनपुर ही नही आसपास के निवासियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि मंदिर के सुंदरीकरण और रास्ते पर पक्की सड़क बनाई जाये।
Check Also
CM योगी के शहर में अवैध निर्माण पर गरजा बुलडोजर
🔊 पोस्ट को सुनें गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ के शहर में अवैध निर्माण पर …