लखनऊ । राजधानी लखनऊ के वजीरगंज इलाके में व्यापारी से हुई लूट का खुलासा हो गया है। पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। एक आरोपी व्यापारी की दुकान पर पहले काम करता था। घटना में पांच लोगों के होने की बात सामने आई है। पुलिस अन्य तीन को तलाश रही है। डीसीपी पश्चिम डॉ. दुर्गेश कुमार ने बताया कि लखनऊ में 26 मई को रात 11 बजे बाइक सवार बदमाशों ने कुंडी रकाबगंज के रहने वाले कृष्ण गोपाल वर्मा से लूट की थी। कृष्ण गोपाल की अहियागंज के पास स्वाती ट्रेडर्स के नाम से जनरल स्टोर है। जहां से लौटने के दौरान 5 बदमाशों ने प्लानिंग के तहत घटना को अंजाम दिया था। घटना को गंभीरत से लेते हुए पुलिस टीम गठित की गई। पुलिस को शनिवार को सुबह 5.10 बजे मुखबिर से बदमाशों की सूचना मिली। सूचना के आधार पर टीम रवाना हुई। डालीगंज पुल के पास से घटना में शामिल दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार किए बदमाशों की पहचान गायत्रीनगर- 3, मड़ियांव के रहने वाले नवीन वाजपेई (24) पुत्र राम नारायण वाजपेई और रकाबगंज, वजीरगंज के रहने वाले गोपाल द्विवेदी (26) पुत्र सुशील द्विवेदी के रूप में हुई है। गोपाल द्विवेदी व्यापारी की दुकान पर एक साल पहले काम करता था। इसके बाद काम छोड़कर चारबाग में काम करने लगा था। जिसकी वजह से गोपाल को व्यापारी की सारी गतिविधियां के बारे पता था। पूछताछ में नवीन ने बताया व्यापारी से लूट करने की घटना पांच लोगों ने मिलकर दी थी। घटना के लिए अलीगंज से एक स्कूटी चुराई। इसके बाद उसका नंबर प्लेट हटा दिया। फिर लूट की घटना को अंजाम दिया गया। लूट के पैसे में नवीन ने एक लाख रुपए लिए जबकि गोपाल ने 25 हजार लिए। घटना के बारे में पूछने पर बताया कि नवीन और गोपाल की मुलाकात नाका में हुई थी। नवीन ने गोपाल से लूट की घटना को अंजाम देने की बात कही। इस पर गोपाल ने बताया कि उसने अहियागंज के व्यापारी कृष्ण गोपाल वर्मा की दुकान पर तीन साल काम किया है। बहुत बिक्री होती है। मार्केट में सबसे देर से दुकान बंद करके जाते हैं। इसके बाद लूट की प्लानिंग योजना बनाई। घटना में पांच लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है। दो को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीन की तलाश जारी है। चार बदमाश घटना को अंजाम देने के लिए खड़े थे जबकि 1 दुकान के पास खड़े होकर रेकी कर रहा था। घटना में पांच लोगों के होने की वजह से पुलिस ने डकैती धारा बढ़ा दी है।
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