बांदा । जिला अस्पताल में इस समय मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है लेकिन इसके बाद भी जिला अस्पताल की तरफ से कोई भी इंतजाम नहीं किए गए है। ट्रामा सेंटर भी पंखा के सहारे चल रहा है। मरीजों ने बताया की यहां के लगे पंखे गर्म हवा देते है और एसी तो सिर्फ देखने के लिए लगी हुई है। हीट स्ट्रोक के चलते यहां पर अलग से वार्ड बनाया गया है लेकिन उसमें एक भी मरीज भर्ती नही हुआ हैं। बुंदेलखंड की भीषण गर्मी के दौर में सुबह और रातें लोगों को बेचौन कर रही हैं एसी कूलर भी गर्मी से निजात नही दिला पा रहे है। वहीं दूसरी तरफ जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर में भर्ती मरीजों को कूलर नसीब नही है लेकिन गर्म पंखे के सहारे है। बांदा का तापमान 50 डिग्री सेल्सियस पर कर गया है। ट्रामा सेन्टर में जहां नॉर्मल दिनों 50 से 70 मरीज भर्ती होते थे वही अब 100 से 150 आंकड़ा पहुंच रहा है लेकिन ट्रामा सेंटर में सिर्फ 30 बेड की व्यवस्था है मरीजों को भर्ती बैठने वाली बेंच में विको लगाकर किया जा रहा है। मरीजों ने बताया की सुबह और रात जैसे तैसे गुजर जाती है लेकिन दोपहर में यहां गर्मी की वजह से हाल बेहाल हो जाते हैं। ट्रामा सेन्टर में लगे पंखे की हवा नही लगती है और जो कूलर लगे हुए है वो भी गर्म हवा देते हैं क्योंकी उनमें पानी नही भरा जाता है। मरीज मनीष ने बताया की उसे लू लगने से बुखार आ रहा है और वह अस्पताल आया हुआ है लेकिन हम अपने घर से पंखा लेकर आए है क्योंकी यहां के पंखे धीमे चलते है साथ ही गर्म हवा देते है। मरीज के तीमामदारो ने बताया की यहां ठंडे पानी पीने की व्यवस्था नही है जो वाटर कूलर लगे हुए है उसमे से ठंडा पानी नही निकलता है हमे बाहर से खरीदकर पानी पीना पड़ता है। डॉक्टर अभिषेक ने बताया की यहां पर इस समय ज्यादातर मरीज डायरिया,उल्टी, फीवर के आ रहे है और उनकी संख्या लगातार बढ़ रही हैं। एक दिन में यहां पर 130 से ज्यादा मरीज भर्ती होते है।
