18वीं लोकसभा के संसद सत्र के पहले दिन पीएम मोदी समेत अन्य सदस्यों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। वहीं कांग्रेस नेताओं ने स्पीकर की नियुक्ति का विरोध किया। 18 वीं लोकसभा के सदस्यों के रूप में सोमवार को नवनिर्वाचित सांसदों ने शपथ ली। इसकी शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की। इसके बाद अन्य सांसदों ने अपने पद और गोपनीयता की शपथ ली। वहीं कांग्रेस सदस्यों ने स्पीकर की नियुक्ति को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया।18 वीं लोकसभा का प्रोटेम स्पीकर बी महताब को बनाया गया। कांग्रेस ने बी महताब के प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने को लेकर आपत्ति जताई थी। कांग्रेस ने कहा कि दलित नेता सुरेश के दावे को नजरअंदाज कर दिया गया। वहीं विपक्षी कई नेताओं ने शपथ लेने नहीं पहुंचे। इंडिया ब्लॉक ने कहा है कि विपक्षी नेता सुरेश, बालू और बंद्योपाध्याय विरोध के तौर पर अध्यक्षों के पैनल में शामिल नहीं होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इसके बाद दो वरिष्ठ सदस्यों राधा मोहन सिंह और फग्गन सिंह कुलस्ते ने शपथ ली। वरिष्ठ सदस्यों के शपथ लेने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और सड़क परिवहन एवं राज्य मंत्री नितिन जयराम गडकरी ने लोकसभा सदस्य के पद की शपथ ली। राजनाथ सिंह लखनऊ सीट, अमित शाह गुजरात के गांधीनगर की सीट, नितिन गडकरी महाराष्ट्र के नागपुर सीट से चुनाव जीते हैं। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी नई लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। शपथ लेने वाले सदस्य सोमवार और मंगलवार को सदस्यों के शपथ लेने के दौरान प्रोटेम स्पीकर बी महताब को सदन चलाने में मदद करेंगे। कांग्रेस सदस्य के सुरेश (कांग्रेस), टी आर बालू (डीएमके) और सुदीप बंद्योपाध्याय (टीएमसी), जिन्हें सिंह और कुलस्ते जैसे अध्यक्षों के पैनल में नियुक्त किया गया था, शपथ लेने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वे शपथ लेने नहीं आए। कांग्रेस ने महताब की नियुक्ति पर आपत्ति जताई थी, जिसमें कहा गया था कि दलित नेता सुरेश के दावे को नजरअंदाज किया गया है।
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