20 नवंबर को कचहरी परिसर में मारपीट हो गई थी। अधिवक्ता रविंद्र धर दुबे ने मामले में कैंट थाने में हत्या की कोशिश का केस दर्ज कराया है। केस दर्ज होने के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली से नाखुश अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को जोरदार हंगामा किया।दीवानी कचहरी में अधिवक्ता पर हमला करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी और कैंट थाना प्रभारी संजय सिंह को हटाने की मांग लेकर अधिवक्ताओं ने शुक्रवार को प्रदर्शन किया। अध्यक्ष भानु प्रकाश पांडेय व मंत्री गिरिजेश मणि त्रिपाठी की अगुवाई में अधिवक्ताओं का हुजूम शुक्रवार को दीवानी कचहरी से निकलकर पैदल मार्च करते हुए पुलिस ऑफिस पहुंचा।यहां एसपी सिटी से मुलाकात कर अपनी मांगों को रखते हुए उन्होंने कार्रवाई की मांग की। एसपी ने प्रकरण की जांच जारी होने की जानकारी देते हुए सही कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद अधिवक्ता चेतावनी देते हुए लौट गए। 20 नवंबर को कचहरी परिसर में मारपीट हो गई थी। अधिवक्ता रविंद्र धर दुबे ने मामले में कैंट थाने में हत्या की कोशिश का केस दर्ज कराया है।उनका कहना है कि सूर्यनारायण बनाम पूजा केस नामक पत्रावली में अधिवक्ता हूं। आरोप लगाया कि 13 नवंबर को मध्यस्था केंद्र में पैरवी के दौरान पूजा और उसके पिता विवाद किए और गाली दी।मोबाइल पर भी जान से मारने की धमकी दी। बुधवार को विपक्षी पक्ष के चार नामजद और पांच अज्ञात गोलबंद होकर चैंबर के पास खड़े थे। जब चैंबर से निकला तो वे पीछे लग गए। कैंटिन के पास घेरकर मारपीट की। हाथ से पत्रावली छीनकर फाड़ दिए। इस दौरान तमंचा निकालकर फायर किया। आस-पास के लोग तमंचा छीनने का प्रयास किए तो एक आरोपी लहराते हुए फरार हो गया। पुलिस इसी आधार पर कैंट थाने में केस दर्ज किया।वहीं, दूसरे पक्ष की महिला ने भी चिलुआताल थाने में तहरीर दी है। उन्होंने बताया कि अधिवक्ताओं ने कचहरी में मेरे भाई और उसके दोस्त को पीटा है। वह दोनों मेरे पारिवारिक मामले में चल रहे केस में पैरवी करने आए थे। पुलिस ने चोटिल युवकों को मेडिकल कराया था, लेकिन केस दर्ज नहीं किया था। पुलिस तहरीर के आधार पर जांच कर रही है।
