जय शाह इस साल अगस्त में आईसीसी के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे। वह इस पद को संभालने वाले सबसे युवा अध्यक्ष हैं। आईसीसी ने रविवार को इस बात की जानकारी दी।जय शाह ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव के रूप में काम करने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के अध्यक्ष के तौर पर अपने कार्यकाल की शुरुआत कर दी है। जय शाह इस साल अगस्त में आईसीसी के निर्विरोध अध्यक्ष चुने गए थे। वह इस पद को संभालने वाले सबसे युवा अध्यक्ष हैं। आईसीसी ने रविवार को इस बात की जानकारी दी।
बार्कले की जगह संभाला पद
जय शाह ग्रेग बार्कले की जगह इस पद बैठे हैं जो नवंबर 2020 से आईसीसी अध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे थे। आईसीसी अध्यक्ष के रूप में अपने पहले वक्तव्य में शाह ने लॉस एंजिलिस 2028 ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने और महिलाओं के खेल के विकास को प्राथमिकता देने पर ध्यान केंद्रित किया। शाह ने पिछले चार वर्षों में निवर्तमान आईसीसी अध्यक्ष ग्रेग बार्कले को उनके योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया। शाह ने कहा, मैं ग्रेग बार्कले को पिछले चार वर्षों में उनके नेतृत्व और उस अवधि के दौरान हासिल किए गए उपलब्धियों के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।
आईसीसी अध्यक्ष बनने वाले पांचवें भारतीय
जय शाह इस वैश्विक संस्था का नेतृत्व करने वाले पांचवें भारतीय हैं। शाह से पहले व्यवसायी दिवंगत जगमोहन डालमिया, राजनेता शरद पवार, वकील शशांक मनोहर और उद्योगपति एन श्रीनिवासन विश्व क्रिकेट संस्था का नेतृत्व करने वाले भारतीयों में शामिल रहे हैं। 36 साल के शाह पिछले पांच वर्षों से बीसीसीआई सचिव के तौर पर काम कर रहे थे। जय शाह का कार्यकाल चुनौतियों के साथ शुरू होगा क्योंकि आईसीसी को पाकिस्तान में निर्धारित चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल को लागू करने के लिए एक स्वीकार्य समाधान खोजने की जरूरत है।
2009 से शुरू हुआ प्रशासक बनने का सफर
केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह के पुत्र जय शाह का क्रिकेट प्रशासक बनने का सफर 2009 में शुरू हुआ। उन्होंने अहमदाबाद में सेंट्रल बोर्ड ऑफ क्रिकेट के कार्यकारी सदस्य के रूप में काम शुरू किया। इसके बाद सितंबर 2013 में वह गुजरात क्रिकेट संघ (जीसीए) के संयुक्त सचिव बने और उन्होंने अपने पिता तथा तत्कालीन जीसीए अध्यक्ष के साथ काम किया।
बीसीसीआई में कैसे मिली एंट्री?
शाह को बीसीसीआई में आने में ज्यादा समय नहीं लगा। वह पहले 2015 में बोर्ड के वित्त और मार्केटिंग समिति के सदस्य बने और फिर अक्टूबर 2019 में बीसीसीआई के सबसे युवा सचिव बने। बीसीसीआई सचिव के रूप में अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने सौरव गांगुली के साथ मिलकर काम किया, जबकि इसके बाद वह रोजर बिन्नी के साथ कार्य करने लगे। मालूम हो कि बिन्नी फिलहाल बीसीसीआई अध्यक्ष हैं। शाह के बीसीसीआई सचिव के रूप में सबसे बड़ा काम 2022 में आईपीएल मीडिया अधिकारों को पांच साल के लिए 48390 करोड़ रुपये में बेचना रहा। इससे आईपीएल प्रत्येक मैच वेल्यू के आधार पर नेशनल फुटबॉल लीग (एनएफएल) के बाद दूसरा मोस्ट वेल्यूड स्पोर्टिंग लीग बना।
दो बार बने एसीसी अध्यक्ष
शाह सिर्फ बीसीसीआई तक ही सीमित नहीं रहे। उन्हें जनवरी 2021 में एशिया क्रिकेट परिषद (एसीसी) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनके नेतृत्व कुशलता को देखते हुए इस साल जनवरी में शाह को एक बार फिर यह जिम्मेदारी सौंपी गई। नवंबर 2022 में शाह आईसीसी की शक्तिशाली वित्त और वाणिज्यिक मामलों की उप समिति के प्रमुख बने। शाह ने इसके साथ ही राष्ट्रमंडल खेल जैसे इवेंट में क्रिकेट को शामिल कराने पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
