पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘गठबंधन में लचीलापन और समायोजन बेहद जरूरी है।’ यह कहकर शरद पवार ने संकेत दिए हैं कि उनकी पार्टी गठबंधन की जीत के लिए कुछ समझौते करने के लिए तैयार हो सकती है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक पार्टियां तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हैं। गठबंधन के बीच सीट बंटवारे पर गहन मंथन चल रहा है। इस बीच एनसीपी एसपी प्रमुख शरद पवार ने कहा है कि महाविकास अघाड़ी में सीटों का बंटवारा अगले 8-10 दिनों में हो जाएगा। शरद पवार ने ये भी जोर देकर कहा कि विपक्षी गठबंधन को किसी भी कीमत पर सत्ता में आना होगा। शरद पवार की पार्टी छोड़कर अन्य पार्टियों में जाने वाले नेताओं को लेकर उन्होंने कहा कि उनमें कुछ ही लोग चुनाव जीत सकेंगे।
शरद पवार बोले- गठबंधन में लचीलापन और समायोजन जरूरी
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए नवंबर में चुनाव हो सकते हैं। शरद पवार ने रविवार को पुणे के बारामती में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ये बात कही। पार्टी में टिकट बंटवारे को लेकर उन्होंने कहा कि ‘जिस उम्मीदवार के जीतने की संभावना सबसे ज्यादा होगी, उसे ही टिकट दिया जाएगा।’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ‘गठबंधन में लचीलापन और समायोजन बेहद जरूरी है।’ यह कहकर शरद पवार ने संकेत दिए हैं कि उनकी पार्टी गठबंधन की जीत के लिए कुछ समझौते करने के लिए तैयार हो सकती है।
हर जिले में सर्वे करा रहे शरद पवार
महाविकास अघाड़ी गंठबंधन में एनसीपी (एसपी), कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी शामिल हैं। पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ‘आप सभी सीटों पर चुनाव नहीं लड़ सकते। इसलिए आपको अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों को भी उनके उम्मीदवार उतारने की इजाजत देनी चाहिए और आपको उनके लिए काम भी करना होगा।’ शरद पवार ने कहा कि पार्टी उम्मीदवारों के चयन के लिए हर तालुका में सर्वे चल रहा है। एनसीपी (एसपी) प्रमुख ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों के नेता अपने फैसले लेते हैं, लेकिन पार्टी कार्यकर्ता जनता से सीधे तौर पर जुड़े होते हैं। शरद पवार ने कहा कि ‘2024 लोकसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन की वजह से एनसीपी (एसपी) के नेताओं के हौसले बुलंद हैं, लेकिन गठबंधन के तहत सभी को समायोजित करना होगा। लोकसभा चुनाव की तरह मुझे उम्मीद है कि आप विधानसभा चुनाव में भी खूब मेहनत करेंगे।’ उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र की 40 लोकसभा सीटों में से एमवीए गठबंधन ने 30 सीटों पर कब्जा किया था। इनमें से कांग्रेस को 13, शिवसेना यूबीटी को 9 और एनसीपी एसपी को 8 सीटों पर जीत मिली थी।
