1696 करोड़ वसूलने के लिए साइट पर लगे नोटिस बोर्ड
नोएडा । नोएडा प्राधिकरण में 27 बिल्डर में से 12 बिल्डरों पर प्राधिकरण ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। इन बिल्डरों के साइट पर सार्वजनिक सूचना बोर्ड लगाया गया। लिखा- परियोजना से संबंधित समस्त कार्यवाही और अनुमतियों पर रोक लगा दी गई है। प्राधिकरण द्वारा उक्त भूखंड की परियोजना के अनावंटित फ्लैट को अटैच एवं लीज डीड कभी भी निरस्त की जा सकती है। अब तक 6 से अधिक साइट पर नोटिस बोर्ड को लगाया गया। प्राधिकरण ने बताया कि आचार संहिता हटते ही इन पर एक्शन होगा। इन परियोजना में खाली फ्लैट, प्लाट, दुकान धरोहर राशि का सर्वे पहले किया जा चुका है। बोर्ड पर लिखे नोटिस के अनुसार इनकी संपत्तियों को कभी भी अटैच किया जा सकता है। इस पर समय और तारीख नहीं दी गई है। प्राधिकरण ने बताया कि ये वो 12 बिल्डर है। जिन्होंने अमिताभ कांत की सिफारिश के तहत न तो सहमति दी और न ही ये प्राधिकरण की ओर से आयोजित बैठक का हिस्सा बने। इन पर करीब 1696 करोड़ से ज्यादा का बकाया है। आकड़ों को देखें तो नोएडा में अमिताभ कांत की सिफारिश के तहत 57 में से 22 बिल्डरों ने 25 प्रतिशत धनराशि रुपए 173.77 करोड़ जमा करा दिए है। इन 22 बिल्डरों से नोएडा प्राधिकरण को लगभग रुपए 450 करोड़ मिलेगा। 4 बिल्डरों द्वारा कुल 25 प्रतिशत धनराशि 83.47 करोड़ में आंशिक धनराशि 53.68 करोड़ जमा कराई। प्राधिकरण ने एक मार्च, 29 अप्रैल और 8 मई को अलग-अलग स्थानों पर कैंप लगाकर 530 रजिस्ट्री कराई।
इन 12 बिल्डरों को प्राधिकरण की ओर से नोटिस जारी किया गया। इसका जवाब भी अब तक नहीं दिया गया। ऐसे में इनकी प्रॉपर्टी का सर्वे कराया गया। ताकि इनको सील कर प्राधिकरण बकाया निकाले और रजिस्ट्री खोली जा सके। प्राधिकरण एसीईओ वंदना त्रिपाठी ने बताया- इन बिल्डरों की जो भी खाली इंवेट्री प्रॉपर्टी है उसको सील किया जाएगा। ताकि बकाया मिल सके और रजिस्ट्री शुरू हो सके।
