नोएडा, । नोएडा अब थीम बेस्ड पार्क का निर्माण जुलाई में शुरू होगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया होने जा रही है। इसमें रामवन गमन थीम पार्क, जापानी पार्क, आर्य मंडल पार्क , शहीदों के नाम वीर रथ पार्क और राज उपवन पार्क शामिल है। इन चारों पार्क का शिलान्यास पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम के दौरान किया था। इस पार्क का निर्माण एक साल में पूरा किया जाएगा। इन कंपनियों ने अलग-अलग पार्क का डिजाइन तैयार किया है। जिनका प्रेजेंटेशन प्राधिकरण सीईओ के सामने दिया गया था। इसमें कुछ संशोधन के बाद पार्क का निर्माण कार्य कराने के लिए बोला गया है। इन पार्क के निर्माण में 160 करोड़ रुपए खर्च होंगे। नोएडा में राम वन गमन पथ की थीम पर सेक्टर-112 में बनाया जाएगा। 11.70 एकड़ में बनेगा। श्रीराम वन गमन पथ के रास्ते में श्लोक के माध्यम से पूरी रामायण को चित्रित किया जाएगा। इसके जरिए लोगों को श्रीराम पथ की विशेषताओं की जानकारी मिलेगी। इन रास्तों पर किनारे जगह-जगह साइन बोर्ड, श्रीराम के वनवास से जुड़ी कथाएं देखने और सुनने को मिलेंगी। इन रास्तों पर कई तरह के पेड़ लगाए जाएंगे। राम चरित मानस के अनुसार ही इस पार्क को अयोध्या से लेकर लंका गमन तक के मार्ग को तीन जोन में बांटा जाएगा। पंचवटी जोनरू इसमें माता सीता की कुटी और अन्य साज सामान को दर्शाया जाएगा। किष्किंधा जोनरू यहां शबरी कुटिया, राम और हनुमान का मिलन और सुग्रीव के बारे में जानकारी बताई जाएगा। लंका जोनरू इसमें स्कल्पचर और पत्थरों समुद्र सेतु , लंका आगमन, लंका युद्ध के बारे में जानकारी भी दी जाएगी। इस पार्क के निर्माण में 28.20 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। नोएडा के सेक्टर-145 नलगढ़ा में इस पार्क का निर्माण 23 एकड़ में किया जाएगा। इस पार्क को शहीदों के नाम पर बनाया जाएगा। नलगढ़ा वहीं गांव है जहां भगत सिंह और उनके साथियों ने मिलकर बम बनाया था। जिसे असैंबली में फेका गया था। हालांकि यहां पहले शहीद भगत सिंह पार्क बनाया जाना था। लेकिन अब इसका नाम बदलकर वीर रथ पार्क किया गया है। इस पार्क में एक म्यूजियम भी बनाया जाएगा। जिसमें भगत सिंह से जुड़े साजो सामान को भी रखा जाएगा। इसके निर्माण में 42 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। जापानी संस्कृति के उन पहलुओं जिसमें प्रकृति प्रेम, शांति और अध्यात्म के गुणों से लबरेज एक थीम पार्क नोएडा प्राधिकरण बनाएगा। यहां कुछ ऐसे पेड़ पौधे मियावाकी तकनीकी से भी उगाए जाएंगे जो महज 2 से 3 साल में घने जंगल का रूप लेंगे। इस पार्क का निर्माण 7 एकड़ में सेक्टर-94 के किया जाएगा। इसके निर्माण में 10.97 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इनमें आम तौर पर ऐसे पेड़ भी होंगे जो उत्तर भारत मैदानी इलाकों में नहीं दिखाई देते। जापानी पार्क में बांस के पेड़ों की संख्या ज्यादा होगी। यहां एक पैगोडा भी बनाया जा सकता है। कॉन्सेप्ट प्लान में इसे शामिल किया जा सकता है। इस पार्क को आर्य भट्ट को समर्पित किया गया है। जिसमें गणितज्ञ आर्यभट्घ्ट के जीवन और उनकी उपलब्धियों को दर्शाया जाएगा। आर्यभट्घ्ट को समर्पित इस पार्क सेक्टर-116 में 35 एकड़ में बनाया जाएगा। इस पार्क के निर्माण में 48.36 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। इस पार्क में एक तारा मंडल बनाने पर भी विचार किया जा रहा है। इसके अलावा इसमें तमाम गणितज्ञ, आचार्य और खगोलशास्त्रियों के स्कल्पर भी बनाए जाएंगे। इस पार्क का निर्माण नोएडा में करीब 40 एकड़ में किया जाएगा। ये पार्क एक ग्रीन बेल्ट के तौर पर विकसित किया जाएगा। जिसमें लैंड स्केपिंग की जाएगदी। इसके अलावा इसमें टहलने के लिए वाकिंग स्ट्रीट और बैठने के लिए बैंच आदि बनाए जाएंगे। इस पार्क के निर्माण में 31 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे है।
00000
