जाफरा बाजार स्थित शीश महल की देखरेख मोहल्ले के अनिल गुप्ता, श्याम गुप्ता व प्रमोद गुप्ता करते हैं। मंदिर की भूमि पर कब्जे को लेकर दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति से विवाद चल रहा है। मामला न्यायालय में लंबित है। शनिवार रात में पुलिस को सूचना मिली कि शीश महल मंदिर में चोरी हो गई है। वारदात करने वाले ने कई मूर्तियों को तोड़ दिया है।जाफरा बाजार में स्थित शीश महल मंदिर में शनिवार रात चोरी करने के बाद चोर ने कई मूर्तियों को तोड़ (खंडित कर) दिया। सभी मूर्तियां दो सौ वर्ष पुरानी बताई जा रही हैं। सभी मूर्तियों के पादुका, ठाकुर जी का सिंहासन, पीतल का घंटा व सभी बर्तन गायब है।मंदिर की देख-रेख करने वाले परिवार ने दूसरे समुदाय पर कब्जा करने की नीयत से वारदात करने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। संदेह के आधार पर मंदिर के पास घूम रहे मोहम्मद अली नामक युवक को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया गया। तिवारीपुर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया। उसके साथियों की तलाश जारी है।जाफरा बाजार स्थित शीश महल की देखरेख मोहल्ले के अनिल गुप्ता, श्याम गुप्ता व प्रमोद गुप्ता करते हैं। मंदिर की भूमि पर कब्जे को लेकर दूसरे समुदाय के एक व्यक्ति से विवाद चल रहा है। मामला न्यायालय में लंबित है। शनिवार रात में पुलिस को सूचना मिली कि शीश महल मंदिर में चोरी हो गई है।वारदात करने वाले ने कई मूर्तियों को तोड़ दिया है। घटना की जानकारी होने पर सीओ कोतवाली ओंकार दत्त, प्रभारी निरीक्षक तिवारीपुर अर्चना सिंह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। छानबीन करने पर मंदिर की छत पर खंडित मूर्तियां मिलीं।घटना की जानकारी होने पर पार्षद अभिषेक शर्मा के साथ स्थानीय लोग पहुंच गए। सभी ने मंदिर पर कब्जे की नीयत से वारदात करने का आरोप लगाया। अधिकारियों से कार्रवाई करने की मांग करने लगे। इसी बीच उन्होंने गली में घूम रहे राजघाट के खोखर टोला निवासी मोहम्मद अली को पकड़ लिया। चोरी करने का आरोप लगा उसे पुलिस को सौंप दिया।
200 वर्ष पुरानी हैं 15 मूर्तियां
मंदिर की देखरेख करने वाले परिवार ने तहरीर में लिखा है कि मंदिर में 15 मूर्तियां थी, जो 200 वर्ष पुरानी हैं। चोरी करने वाले ने सभी मूर्तियों को खंडित कर दिया है। सभी मूर्तियों के पादुका, ठाकुर जी का सिंहासन, पीतल का घंटा व सभी बर्तन गायब है। मंदिर के गेट को अंदर से बंद करके वारदात को अंजाम दिया गया है। जमीन पर कब्जे का प्रयास करने वाले व्यक्ति ने मंदिर का अस्तित्व मिटाने के लिए यह कृत्य किया है।
